(आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में)
वर्तमान समय में Artificial intelligence बहुत ही ज्यादा प्रचलन में सभी के मन में है कि Artificial Intelligence Kya Hota hai ? इसका प्रयोग कैसे किया जाता है तो इस ब्लॉग के माध्यम से हम आज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में जानने वाले हैं –
What is Artificial Intelligence-? (क्या है कृतिम बुद्धिमत्ता)
Artificial Intelligence – क्या आपको पता है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में इतना दम है कि हमारे खेलने, काम करने और रहन-सहन के तरीकों को बदलने का दम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रखता है ? वर्तमान में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की हवा बड़ी तेजी से चल रही है, हम कह सकते है कि जब से ChatGpt आया है तब से ही यह हमारे सामने बड़ी तेजी से आता हुआ शब्द है।
इसके पहले भी इसके बारे सुना जाता था परन्तु जब से ChatGpt, Google Bard जैसे प्लेटफार्म आये हैं तब से ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का दौर बड़ी तेजी से बढ़ रहा है तो क्या ChatGpt प्रयोग भी काफी तेजी से हो रहा है आपको पता होगा कि Artificial Intelligence का नाम आते ही ChatGpt का नाम अपने आप ही आ जाता है, तो क्या ChatGpt ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है, तो इस पोस्ट में हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में अच्छे से समझने वाले हैं-
- Artificial Intelligence Kya Hota hai ?– Artificial Intelligence की सर्वप्रथम शुरुआत सन् 1950 में हो गयी थी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मानव द्वारा निर्मित कृतिम दिमाग होता है, इसके सहायता से कम्यूटर सिस्टम या रोबोट को निर्मित किया जाता है जिसके सोचने समझने की क्षमता मनुष्य के दिमाग की तरह ही होती है,ये मुख्य रूप से मानव मस्तिष्क के आधार पर ही कार्य करता है।
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मुख्य रूम से बुद्धिमान मशीनों या मानव की बुद्धि क्षमता की तरह बुद्धिमान कंम्यूटर प्रोग्राम को बनाने का विज्ञान है, या फिर कह सकते हैं कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंम्यूटर द्वारा नियंत्रित रोबोट या मानव दिमाग की तरह इंटेलिजेंस तरीके से सोचने वाला सॉफ्टवेयर बनाने का तरीका है ।
Father Of Artificial Intelligence ( कृतिम कृतिम बुद्धिमत्ता के जनक)
Artificial Intelligence Kya Hota hai ?- Artificial Intelligence के जनक जॉन मैकार्थी (John McCarthy) को कहा जाता है, जॉन मैकार्थी (John McCarthy) के अनुसार बुद्धिमान मशीनों, विशेष रूप से बुद्धिमान कंम्पयूटर प्रोग्राम को बनाने का विज्ञान है, मतलब मशीनों द्वारा प्रदर्शित की गई इंटेलिजेंस है ।
- Artificial Intelligence मानव मस्तिष्क के बारे में अध्ययन करता है कि मानव मस्तिष्क कैसे सोचता और काम करता है, कैसे समस्या का सामाधान कर लेता है , कैसे निर्णय लेता है और किस तरह काम करता है ।
- Artificial Intelligence एक प्रकार की विधि है जिस विधि के अनुसार कंम्प्यूटर नियंत्रित रोबोट या सॉफ्टवेयर बनाना जो मानव मस्तिष्क की तरह सोचने और समझने में सक्षम हो ।
- जब भी कोई मशीन इंसान की तरह सोचने समझने की काबिलियत रखने लगे तो ऐसी मशीनों को ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहते हैं ।
Beginning of Artificial intelligence (कृतिम बुद्धिमत्ता की शुरूआत)
Artificial Intelligence की शुरूआत सन् 1950 में ही हो गयी थी परन्तु इसको असली पहचान 1970 के दशक मे जा के मिली । इसकी पहल जापान ने की थी जिसमें जापान ने 1981 में एक योजना की शुरूआत की जिसका नाम फिफ्थ जनरेशन (5th Generation) नाम से की, इस योजना में जापान द्वारा सुपर कम्पयूटर के विकास के लिये 10 वर्षिय कार्यक्रम कार्यक्रम तैयार किया, इसके बाद ब्रिटेन ने इसके लिये एल्वी नाम का एक प्रोजेक्ट बनाया।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र में सबसे पहला महत्वपूर्ण कार्य 20वीं सदी के मध्य में ब्रिटिश तर्कशास्त्री और कंप्यूटर अग्रणी एलन मैथिसन ट्यूरिंग द्वारा किया गया था। 1935 में ट्यूरिंग ने एक अमूर्त कंप्यूटिंग मशीन का वर्णन किया जिसमें एक असीमित मेमोरी और एक स्कैनर होता है जो मेमोरी के माध्यम से प्रतीक दर प्रतीक (symbol by symbol) आगे और पीछे चलता है, जो पाता है उसे पढ़ता है और आगे के प्रतीकों को लिखता है।
स्कैनर की गतिविधियाँ निर्देशों के एक प्रोग्राम द्वारा निर्धारित होती हैं जो प्रतीकों के रूप में मेमोरी में भी संग्रहीत होती हैं। यह ट्यूरिंग की संग्रहीत-प्रोग्राम अवधारणा है, और इसमें मशीन के संचालन की संभावना निहित है, और इसलिए अपने स्वयं के प्रोग्राम को संशोधित या सुधारना है। ट्यूरिंग की अवधारणा को अब सार्वभौमिक ट्यूरिंग मशीन के रूप में जाना जाता है। सभी आधुनिक कंप्यूटर मूलतः सार्वभौमिक ट्यूरिंग मशीनें हैं।
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, ट्यूरिंग इंग्लैंड के बकिंघमशायर के बैलेचले पार्क में सरकारी कोड और साइफर स्कूल में एक प्रमुख क्रिप्टोनालिस्ट थे। 1945 में यूरोप में शत्रुता समाप्त होने तक ट्यूरिंग एक संग्रहीत-प्रोग्राम इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटिंग मशीन के निर्माण की परियोजना पर ध्यान नहीं दे सके। फिर भी, युद्ध के दौरान उन्होंने मशीन इंटेलिजेंस के मुद्दे पर काफी विचार किया।
बैलेचले पार्क में ट्यूरिंग के सहयोगियों में से एक, डोनाल्ड मिक्सी (जिन्होंने बाद में एडिनबर्ग विश्वविद्यालय में मशीन इंटेलिजेंस और परसेप्शन विभाग की स्थापना की), ने बाद में याद किया कि ट्यूरिंग अक्सर चर्चा करते थे कि कंप्यूटर अनुभव से कैसे सीख सकते हैं और साथ ही उपयोग के माध्यम से नई समस्याओं को कैसे हल कर सकते हैं। मार्गदर्शक सिद्धांत—एक प्रक्रिया जिसे अब अनुमानी समस्या समाधान के रूप में जाना जाता है।
ट्यूरिंग ने संभवत कंप्यूटर इंटेलिजेंस का उल्लेख करने वाला सबसे पहला सार्वजनिक व्याख्यान (लंदन, 1947) दिया था, जिसमें कहा गया था, “हम एक ऐसी मशीन चाहते हैं जो अनुभव से सीख सके,” और यह कि “मशीन को अपने निर्देशों को बदलने देने की संभावना तंत्र प्रदान करती है” इसके लिए।” 1948 में उन्होंने “इंटेलिजेंट मशीनरी” नामक एक रिपोर्ट में एआई की कई केंद्रीय अवधारणाओं को पेश किया।
हालाँकि, ट्यूरिंग ने इस पेपर को प्रकाशित नहीं किया, और उनके कई विचारों को बाद में दूसरों द्वारा पुनः आविष्कार किया गया। उदाहरण के लिए, ट्यूरिंग के मूल विचारों में से एक विशिष्ट कार्यों को करने के लिए कृत्रिम न्यूरॉन्स के एक नेटवर्क को प्रशिक्षित करना था, यह दृष्टिकोण कनेक्शनवाद अनुभाग में वर्णित है।
Artificial Intelligence Applications (कृतिम बुद्धिमत्ता के उपयोग)
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग निम्नलिखित में किया जा सकता है-
- Health Care
- Automobile
- Manufacturing
- Business
- Education
- Finance
- Gaming
- Industry
Which computer language is used in Artificial Intelligence?
(कृतिम बुद्धिमत्ता में कौन सी कंप्यूटर भाषा का प्रयोग होता है?)
Artificial Intelligence Kya Hota hai ? – Artificial Intelligence में PROLOG कम्प्यूटर भाषा का प्रयोग किया जाता है । प्रोलॉग (PROLOG) कम्प्यूटर भाषा को एलेन कॉलमेरॉयर के द्वारा सन् 1972 में बनाया गया था यह भाषा डिक्लेरेटिव प्रोग्रमिंग लैंग्वेज के अन्तर्गत आती है इसको कमांड रिलेशन्स के रूप मे दर्शाया जाता है इस लैंग्वेज का प्रयोग Symbolic Reasoning ,parsing Language और Database में किया जाता है ।
अपको यह पता होना चाहिए कि सबसे पहले Artificial Intelligence के लिये PROLOG कम्प्यूटर भाषा का प्रयोग किया गया था परन्तु अब कई सारी प्रोग्रामिंग भाषाएं (computer programming language) हैं जिनका उपयोग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए आवश्यक है जैसे-
- AIML-Artificial Intelligence Mark-up Language
- C++
- Perl
- Python
- Lisp
- Java
Artificial Intelligence टेक्नोलॉजी में प्रतिदिन इजाफा होता जा रहा है, आने वाला समय Artificial Intelligenceका होने वाला प्रतीत होता है, वो दिन दूर नहीं जब सारी मशाने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से पूर्ण हो जायेंगी, ऐसी मशीने होंगी जो इंसानी दिमाग की तरह काम करने लगेंगी अभी आप केवल सुन रहे है परन्तु ऐसा हो सकता है, जैसे ChatGpt को ही देख लीजिए।
इससे आप कुछ भी पूछ सकते हैं ये आपके सारे सवालों का जवाब देने में सक्षम है, पहले हर छात्र को अपना होम वर्क करने के लिये कई तरह की किताबों को पढ़ कर कार्य को पूरा करना पड़ता था लेकिन अभी आपके स्कूल या विधायलय का आपके विषय से सम्बन्धित कोई भी काम को ChatGpt बस एक क्लीक की मदद से हल कर सकता है और भी बहुत कुछ ChatGpt से करा सकते हैं।
जैसे अगर किसी को इन्टरव्यूव के लिये जाना है और उसका सी.वी. या बायोडेटा तैयार नहीं है तो पहले कितनी मसक्कत करनी पड़ती थी कई दिन में तो सी.वी. या बायोडेटा बन पाता था या फिर किसी से पूछना पड़ता था परन्तु जब से ChatGpt आया है सी.वी. या बायोडेटा बनाना बहुत ही आसान हो गया है।
आपने ChatGpt जरूर प्रयोग किया होगा, जिसने भी ChatGpt को प्रयोग किया है Comment कर के जरूर बताना कि कैसा अनुभव रहा आपका और क्या करने के लिये आपने ChatGpt का प्रयोग किया Comment कर के जरूर बताईयेगा।
हमें उम्मीद है कि Artificial Intelligence के बारे में इस पोस्ट को पढ़कर आपको समझ में आ गया होगा तो आप अपने दोस्तों और रिस्तेदारों को ये पोस्ट भेज सकते हैं और आप अपने सुझाव और इस पोस्ट के बारें में जरूर Comment कर के बताना जिससे की हम अपने हर पोस्ट को और भी अच्छे से लिखने की कोशिस करते रहें आप के कमेंट और सुझाव ही हमारे लिये मोटिवेशन का कार्य करते हैं ।
इसे भी पढें
Artificial Intelligence – A Beginner’s Guide to Artificial Intelligence |
One Web India 2.0 Kya Hai ? |
Applications of Artificial Intelligence in Everyday Life |
History of Artificial Intelligence |
दोस्तों ये पोस्ट अच्छी लगी हो तो कृपया कमेंट और अपने सुझाव जरूर दिजिए, जिससे की हम और भी अच्छा पोस्ट लाने के लिये प्रेरित सो सकें ।
धन्यवाद !
QNA
Que 1- PROLOG क्या होता है ?
Ans. PROLOG एक प्रोग्रामिंग भाषा है जो लॉजिक प्रोग्रामिंग के लिए प्रयोग की जाती है। इसका पूरा नाम “प्रोग्रामिंग इन लॉजिक” है। PROLOG में, प्रोग्राम एक या अधिक लॉजिक स्टेटमेंट्स का सेट होता है, जिन्हें “प्रोलॉग रूल्स” कहा जाता है, और फिर सवाल पूछने के लिए उपयोगकर्ता की अनुरोध के अनुसार प्रश्न किया जा सकता है। PROLOG का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में लॉजिक बेस्ड एप्लिकेशन्स, जैसे कि विशेषज्ञ सिस्टम्स, नेचरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP), डेटाबेस प्रश्नोत्तरी, और गेम डिजाइन में किया जाता है।
Que 2- Artificial Intelligence का प्रयोग कहाँ -कहाँ किया जा सकता है?
Ans-कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence) का प्रयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया जा सकता है, जैसे:
विशेषज्ञ सिस्टम्स: डॉक्टर्स, वैज्ञानिकों, अर्थशास्त्रियों आदि के लिए बुद्धिमत्ता प्रणालियों का उपयोग किया जा सकता है।
स्वचालित गाड़ियाँ: कार कंपनियों द्वारा ड्राइवरलेस कारों में कृत्रिम बुद्धिमत्ता का प्रयोग किया जा रहा है।
वाणिज्यिक संगठन: विपणन, वित्त, और संचार क्षेत्र में AI का उपयोग किया जा रहा है ताकि कारोबारी निर्णय लेने में सहायता मिल सके।
स्वास्थ्य सेवाएँ: AI के माध्यम से रोगों की निदान और उपचार में सहायता मिल सकती है।
विज्ञान और अनुसंधान: बहुप्रतिबंधी डेटा विश्लेषण और नई अनुसंधान क्षेत्रों के खोज में AI का प्रयोग किया जा सकता है।
इसके अलावा, शिक्षा, सिंगुलरिटी, सिंथेटिक जीवन, और क्रिएटिव इंडस्ट्रीज जैसे और भी कई क्षेत्रों में AI का उपयोग किया जा सकता है।
More Posts——
- Wings of Fire (अग्नि की उड़ान) Book Review in Hindi
- ये 10 किताबें जो आपको अमीर बना देंगी -Top 10 Books That Will Make You
- Future of Artificial Intelligence in Hindi – अब होगी लाखों की कमाई ?
- Artificial Intelligence – A Beginner’s Guide to Artificial Intelligence
- Applications of Artificial Intelligence in Everyday Life
- History of Artificial Intelligence
आप हमे हमारे सोशल मिडिया पर फॉलो कर सकते हैं .
Very nice
this is very good for teenagers in hindi
आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस के बारे में अच्छी जानकारी दी गयी है ।
Pingback: Artificial Intelligence Job - अब नौकरी नहीं मिलेगी ? - ज्ञान Booster
Pingback: History of Artificial Intelligence - ज्ञान Booster
Pingback: Generative AI ? क्या है जनरेटिव एआई ? - ज्ञान Booster
Pingback: Top 10 Earning Skills for High Income in 2024 - ज्ञान Booster
Pingback: What is Prompt Engineering in Hindi - ज्ञान Booster
Pingback: Quantum Ai- Beginning of New Era - ज्ञान Booster
Pingback: What is Digital Products in Hindi? - ज्ञान Booster
Pingback: No More Mr. Nice Guy in Hindi || Book Review || Summary in Hindi - ज्ञान Booster
Pingback: Artificial Intelligence and Data Science- सूचना की अगुआई में नई ऊँचाइयाँ - ज्ञान Booster
Pingback: 2024 Top 5 Amazing AI tools in Hindi - ज्ञान Booster
Pingback: Top 10 Tech Gadgets of 2024 in Hindi - ज्ञान Booster
Pingback: फिनटेक (Fintech) Kya Hota hai ? - ज्ञान Booster
Pingback: Computer Processor: Best Comprehensive Guide - ज्ञान Booster
Pingback: Galaxy Z Flip 6 and Z Fold 6 in Hindi - ज्ञान Booster
Pingback: Fintech App: आपके वित्तीय जीवन को आसान बनाने वाले टूल्स - ज्ञान Booster