यह दिन नाग देवताओं की पूजा और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण है।
नाग पंचमी का पर्व श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है।
नाग पंचमी पर नागों की पूजा की जाती है, जो हमारे जीवन में सुरक्षा और समृद्धि का प्रतीक हैं।
इस दिन नाग देवताओं को दूध अर्पित किया जाता है और उनसे परिवार की रक्षा की प्रार्थना की जाती है।
हिन्दू धर्म में नागों का विशेष स्थान है। इन्हें भगवान शिव के गले में और भगवान विष्णु के शेषनाग के रूप में देखा जाता है।
नागों का पूजन हमें जीवन के प्रति श्रद्धा और आस्था की भावना से जोड़ता है।
इस दिन नागों की मूर्ति या तस्वीर के सामने दूध, चावल, फूल और मिठाई अर्पित की जाती है।
नाग पंचमी भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है।
इस दिन को देश के विभिन्न भागों में भिन्न-भिन्न तरीकों से मनाया जाता है, जो हमारे सांस्कृतिक विविधता को दर्शाता है।
नाग पंचमी का त्योहार हमें पर्यावरण और जीवों के संरक्षण का संदेश भी देता है।
हमें सांपों और अन्य जीवों के प्रति संवेदनशीलता और सम्मान का भाव रखना चाहिए।
इस नाग पंचमी, नाग देवता की पूजा कर उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को सुख, समृद्धि और सुरक्षा से भरें।