digital detox का मतलब है तकनीक और स्क्रीन से थोड़े समय के लिए दूरी रहना ।
यह छात्रों को मानसिक तनाव कम करने और पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है।
डिजिटल गैजेट्स का ज्यादा उपयोग छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य, नींद और पढ़ाई पर नकारात्मक असर डाल सकता है।
digital detox से आप स्वस्थ और प्रोडक्टिव महसूस करेंगे।
हर 30-40 मिनट की पढ़ाई के बाद 5-10 मिनट का ब्रेक लें। इस दौरान फोन से दूरी बनाएं और आंखों को आराम दें।
पढ़ाई का एक तय समय और गैजेट्स के लिए एक अलग समय निर्धारित करें। यह आपको स्क्रीन टाइम को कंट्रोल करने में मदद करेगा।
सोने से कम से कम एक घंटे पहले मोबाइल और लैपटॉप का इस्तेमाल बंद कर दें। हो सकता है तो किताबे पढ़े ।
अपने Study Room या बेडरूम को डिवाइस-फ्री जोन बनाएं। यह ध्यान भटकाने से बचाने में मदद करेगा।
पढ़ाई के बाद खेलकूद, पेंटिंग या म्यूजिक जैसी ऑफलाइन एक्टिविटीज़ में भाग लें। यह मानसिक स्वास्थ्य को सुधारता है।
Social Media का उपयोग केवल एक तय समय तक करें। इससे समय बर्बाद होने से बचेगा।
digital detox से आपका ध्यान पढ़ाई में बढ़ेगा, मानसिक स्वास्थ्य सुधरेगा और नींद भी अच्छी आयेगी।
छात्रों के लिए digital detox एक बेहतर भविष्य की कुंजी है। इसे आजमाएं और 100% सकारात्मक बदलाव महसूस कर सकते हैं।