Digital House Arrest एक ऐसा आधुनिक तरीका है जिसमें किसी व्यक्ति के गतिविधियों पर डिजिटल निगरानी के माध्यम से ध्यान रखा जाता है।
इस प्रक्रिया में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और तकनीकी साधनों का उपयोग किया जाता है ताकि व्यक्ति को घर के अंदर ही रखा जा सके और उसकी गतिविधियों को सीमित किया जा सके
Digital House Arrest के कई प्रकार हो सकते हैं जिनमें GPS (Global Positioning System) ट्रैकिंग, इलेक्ट्रॉनिक मॉनिटरिंग और इंटरनेट गतिविधियों की निगरानी शामिल हैं।
ये सभी तकनीकें किसी भी व्यक्ति की व्यक्तिगत स्वतंत्रता को सीमित करने के लिए उपयोग की जाती हैं।
इस प्रक्रिया में उन्नत तकनीक का उपयोग किया जाता है, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और बिग डेटा एनालिटिक्स जैसी तकनीकें शामिल हैं,
कई मामलों में डिजिटल हाउस अरेस्ट के सफल और असफल दोनों उदाहरण देखने को मिले हैं।
इनसे हमें यह सीखने को मिलता है कि इसका उपयोग सावधानीपूर्वक और कानून के दायरे में रहकर ही किया जाना चाहिए।
Digital House Arrest एक उभरती हुई तकनीक है जो सुरक्षा और निगरानी के लिए उपयोगी हो सकती है, लेकिन इसके साथ ही इसमें कई नैतिक और कानूनी चुनौतियाँ भी हैं।
Digital House Arrest का एक और नकारात्मक प्रभाव यह है कि यह व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।